Up Board Jivan Parichay : उत्तर प्रदेश स्टेट बोर्ड ऑफ़ हाई स्कूल इंटरमीडिएट एजुकेशन के अंतर्गत यूपी बोर्ड कक्षा दसवीं तथा 12वीं की वार्षिक बोर्ड परीक्षाएं 24 फरवरी से प्रारंभ होने जा रही हैं। बोर्ड परीक्षा में हिंदी विषय के अंतर्गत विद्यार्थियों को पांच पांच अंक के दो जीवन या साहित्यिक परिचय लिखने के लिए दिए जाते हैं। पूरे 10 नंबर पाने के लिए यूपी बोर्ड जीवन परिचय कैसे लिखें? पूरी जानकारी यहां दी जा रही है।
क्योंकि विद्यार्थियों को जीवन परिचय या साहित्यिक परिचय याद तो होता है परंतु में लिखने का सही तरीका ना मालूम होने के कारण पूरी 10 नंबर नहीं मिल पाते हैं। ऐसे में अगर आप भी यूपी बोर्ड परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं, तो इससे पहले यूपी बोर्ड जीवन परिचय लिखने का सही तरीका या यूपी बोर्ड साहित्य परिचय लिखने का सही तरीका आपको पता होना बेहद आवश्यक है।
बोर्ड ने भी विद्यार्थियों को हिंदी विषय की परीक्षा में अच्छे अंक पाने का सुझाव प्रस्तुत किया है। साथ ही जीवन परिचय लिखने का तरीका बताया है। हालांकि हाई स्कूल तथा इंटरमीडिएट दोनों की कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए जीवन अथवा साहित्यिक परिचय लिखने का तरीका एक समान ही रहने वाला है। तो आईए जानते हैं यूपी बोर्ड परीक्षा में यूपी बोर्ड हिंदी जीवन / साहित्यिक परिचय कैसे लिखना है?
Up Board Jivan Parichay : Overview
लेख का प्रकार | जीवन परिचय लिखने का सही तरीका |
परीक्षा | यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 |
परीक्षा तिथि | 24 फरवरी 2025 |
कक्षा | 10वीं 12वीं |
यूपी बोर्ड हिंदी जीवन परिचय कैसे लिखें? | फ्लो चार्ट का प्रयोग करके जन्म, जन्म स्थान, माता पिता, भाषा, मृत्यु, रचनाएं लिखें। |
जीवन परिचय के लिए कुल अंक | 10 अंक |
परीक्षा का समय | 3 घंटे 15 मिनट |
Up Board Jivan Parichay Kaise Likhe ?
यूपी बोर्ड परीक्षा के दौरान 24 तारीख को पहली परीक्षा कक्षा 10वीं 12वीं के लिए हिंदी विषय की ही होने वाली है। हाई स्कूल तथा इंटरमीडिएट दोनों ही कक्षाओं के विद्यार्थियों को एक लेखक का जीवन में साहित्यिक परिचय तथा एक कवि का जीवन या साहित्य परिचय लिखने के लिए दिया जाएगा। जिसके लिए पांच-पांच अंक निर्धारित किए गए हैं। और आप इस तरीके से लिखते हैं तो 10 अंक पक्का कर सकते हैं।
कक्षा दसवीं के विद्यार्थियों को जीवन परिचय लिखने का निर्देश दिया जाता है, जबकि इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों को साहित्यिक परिचय लिखने का निर्देश दिया जाता है। हालांकि विद्यार्थियों को पहले यह स्पष्ट करने की जीवन परिचय तथा साहित्यिक परिचय में अधिक अंतर नहीं होता है। साहित्यिक परिचय में विद्यार्थियों को लेखक या कवि की उपलब्धियां विशेष रूप से लिखनी होती है।
अन्य जानकारी जीवन परिचय के रूप में प्रस्तुत करना होता है। साहित्यिक परिचय में विद्यार्थी लेखक या कवि के जन्म तिथि, जन्म स्थान, माता-पिता का नाम तथा अन्य जानकारी भी अवश्य लिखें। यूपी बोर्ड हिंदी विषय में जीवन परिचय लिखने का सही तरीका निम्न प्रकार है –
- प्रश्न पत्र में दिए गए लेखक या कवि के जीवन परिचय के विकल्पों में से आप उन लेखक या कवि का चयन करें, जिनके जीवन परिचय आपको अच्छे से याद है।
- पुस्तिका में जीवन परिचय लिखते समय लेखक या कवि का जन्म स्थान, उनके माता-पिता का नाम, पढ़ाई तथा अन्य जानकारी लिखें।
- लेखक या कवि द्वारा लिखी गई रचनाओं या उनकी उपलब्धियां लिखे।
- लेखक या कवि की मृत्यु तिथि लिखे तथा मृत्यु का कारण भी लिख सकते हैं।
- विद्यार्थी उत्तर पुस्तिका की दाहिनी तरफ जीवनी / साहित्य परिचय लिखते समय फ्लो चार्ट का प्रयोग करें।
- फ्लो चार्ट में जन्म, जन्म स्थान, माता पिता, भाषा, मृत्यु, रचनाएं लिखें।
- जीवनी / साहित्यिक परिचय के अंत में लेखक या कवि की रचनाएं कृतियां भी अवश्य लिखें।
- जीवन परिचय लिखते समय शब्द सीमा का भी ध्यान रखें। जैसे इंटर के विद्यार्थियों को अधिकतम 80 शब्द में लिखना होगा।

यूपी बोर्ड जीवन परिचय लिखने का सही तरीका क्या है ?
यूपी बोर्ड परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं विद्यार्थियों को परीक्षा से पहले यह मालूम कर लेना चाहिए कि यूपी बोर्ड जीवन परिचय लिखने का सही तरीका क्या है ? क्योंकि हिंदी एक ऐसा विषय है जिसमें विद्यार्थी आसानी से पूरे अंक प्राप्त कर सकते हैं। हाई स्कूल तथा इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों को 10 अंक के लिए जीवन या साहित्यिक परिचय लिखने को दिया जाता है। यूपी बोर्ड जीवन परिचय लिखने का सही तरीका कुछ इस प्रकार से है –
- जीवन परिचय उन्हीं लेखक या कवि का लिखें जिनका आपको अच्छे से याद हो।
- जीवन परिचय लिखते समय व्याकरण तथा वर्तनी संबंधित अशुद्धियां ना करें।
- जीवन परिचय में लेखक या कवि का जन्म स्थान, जन्म तिथि, माता पिता का नाम, अवश्य लिखें।
- जीवन परिचय के बीच में लेखक या कवि द्वारा प्राप्त की गई उपलब्धियां तथा उनकी शिक्षा संबंधी जानकारी दें।
- जीवन परिचय के अंत में लेखक के कवि की मृत्यु तिथि तथा मृत्यु का कारण (यदि उपलब्ध हो तो) लिखें।
- जीवन परिचय लिखते समय फ्लो चार्ट का प्रयोग करें।
- फ्लो चार्ट में जन्मतिथि, जन्म स्थान, माता-पिता का नाम, मृत्यु तिथि, रचनाएं, आदि लिखें।
- लेखक या कवि के कृतियां रचनाएं भाषा शैली आदि अंतिम में अवश्य लिखें।
- जीवन या साहित्यिक परिचय प्रश्न पत्र में दिए गए शब्द सीमा को ध्यान में रखते हुए ही लिखें।
इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों को भी अपना साहित्यिक परिचय इसी प्रकार से उत्तर पुस्तिका में लिखना है। जो विद्यार्थी इस प्रकार से जीवन परिचय लिखेंगे उन्हें अवश्य ही बोर्ड द्वारा पूरे दिए जा सकते हैं। क्योंकि जीवन परिचय लिखने का यह तरीका माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश ने स्वयं अपनी आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से विद्यार्थियों को साझा किया है। यूपी बोर्ड के सभी महत्वपूर्ण लेखक क्यों कवियों के जीवन परिचय की जानकारी इस लेख में पढ़ सकते हैं।
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जिन विद्यार्थियों को जीवन परिचय आसानी से याद नहीं हो रहा है, उन्हें बार-बार लिखकर याद करने का अभ्यास करना चाहिए। लेखक की जन्म तिथि, जन्म स्थान, माता-पिता का नाम, मृत्यु तिथि, रचनाएं, भाषा शैली एवं उपलब्धियां ही महत्वपूर्ण मानी जाती है। इन बातों का ध्यान रखते हुए विद्यार्थी किसी ने लेखक या कभी-कभी उन परिचय आसानी से याद कर सकते हैं। तो कुछ इस प्रकार विद्यार्थी यूपी बोर्ड हिंदी जीवन परिचय लिखें।
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